झनक का आत्मसम्मान और ऋषि की जिम्मेदारी
Jhanak 10 September 2025 Written Update झनक बस से उतरती है और सोचती है कि ऋषि इतना सब क्यों कर रहा है। क्या वह चाहता है कि झनक उसके घर वापस आए? झनक मन ही मन फैसला करती है कि वह कोलकाता कभी नहीं लौटेगी। उसका दिल टूट चुका है। वह सिमुल बोनी जाने वाली बस की ओर बढ़ती है। तभी ऋषि वहां पहुंचता है और झनक का बैग बस से उतार लेता है। वह कहता है, “गाड़ी में बैठो, मैं तुम्हें जहां जाना है, वहां छोड़ दूंगा।” झनक हैरान है। वह पूछती है, “आप मुझे सिमुल बोनी छोड़ेंगे?” ऋषि हां कहता है। झनक पूछती है, “अदिति का क्या?” ऋषि जवाब देता है कि वह अपनी जिंदगी के फैसले खुद ले सकता है। दोनों गाड़ी में बैठकर निकल पड़ते हैं।

दूसरी तरफ, अनिरुद्ध गुस्से में कहते हैं कि झनक एक बाहरी लड़की है। उसे वैसा ही बर्ताव करना चाहिए। वह कहते हैं कि ऋषि को यह समझना होगा। दादाभाई अनिरुद्ध से कहते हैं कि वह सिर्फ अपनी बेटी अदिति के बारे में सोच रहे हैं। दादाभाई को गर्व है कि ऋषि झनक के प्रति कृतघ्न नहीं है। वह कहते हैं कि ऋषि अपनी जिम्मेदारी समझता है। अगर झनक को कुछ हो गया, तो गांव वाले क्या कहेंगे? अदिति गुस्से में कहती है कि झनक अपनी मर्जी से गई थी। उसने जाने से पहले इतना नाटक क्यों किया? दादाभाई जवाब देते हैं कि झनक ने अपनी आत्मसम्मान की वजह से ऐसा किया। उसे बार-बार अपमान सहना पड़ा। अदिति को भी पता है कि उसका सबसे ज्यादा अपमान किसने किया।

अदिति गुस्से में कहती है कि वह यहां और नहीं रुक सकती। वह कहती है, “ऋषि के बिना बात करने का कोई फायदा नहीं।” वह दादाभाई से कहती है कि जब ऋषि आए, तो उसे अदिति से बात करने को कहें। तनुश्री अदिति को शांत करने की कोशिश करती है। वह कहती है कि वह ऋषि से बात करेगी। दादाभाई कहते हैं कि उन्हें गर्व है कि ऋषि झनक की मदद के लिए गया। झनक ने कभी ऋषि से कुछ नहीं मांगा। अनिरुद्ध कहते हैं कि वह सिर्फ अदिति को समझना चाहते हैं। वह पूछते हैं कि झनक की मदद के लिए ऋषि को ही क्यों जाना पड़ा? अभिमन्यु बताते हैं कि उन्होंने ऋषि को नहीं भेजा। तनुश्री कहती है कि ऋषि सिर्फ यह देखने गया था कि झनक सही बस में बैठ गई या नहीं। अदिति गुस्से में पूछती है कि फिर ऋषि अभी तक वापस क्यों नहीं आया? उसे लगता है कि ऋषि झनक को गांव तक छोड़ने गया है।

दादाभाई कहते हैं कि अगर ऋषि झनक को गांव छोड़ने गया है, तो यह अच्छी बात है। झनक इस हालत में अकेले नहीं जा सकती। उसकी मां गुजर चुकी है। वह अब इस दुनिया में अकेली है। अदिति कहती है कि ऋषि के हर कदम से उसका अपमान होता है। अनिरुद्ध कहते हैं कि अगर ऐसा है, तो अदिति को ऋषि से शादी नहीं करनी चाहिए। अदिति कहती है कि वह ऋषि से प्यार करती है। अनिरुद्ध कहते हैं कि प्यार में बहुत कुछ सहना पड़ता है। लेकिन अपनी आत्मसम्मान को छोड़कर नहीं। बाद में, अदिति को पता चलता है कि ऋषि झनक को सिमुल बोनी छोड़ने गया है। वह अपनी मां नूतन के श्राद्ध के लिए वहां रुकेगा। अर्शी कहती है कि यह पुराना ऋषि नहीं है। वह अब झनक से प्यार करता है। अनिरुद्ध अर्शी को चुप रहने को कहते हैं। इधर, झनक ऋषि को देखती है और पुरानी यादों में खो जाती है। Jhanak का Previous Episode पढ़ें।
Insights
यह एपिसोड झनक और ऋषि के रिश्ते की गहराई को दिखाता है। झनक का आत्मसम्मान और उसकी मुश्किलें दर्शकों को भावुक करती हैं। ऋषि का उसकी मदद करना यह बताता है कि वह अपनी जिम्मेदारी समझता है। दूसरी तरफ, अदिति का गुस्सा और दुख दिखाता है कि वह अपने प्यार को खोने से डरती है। यह कहानी परिवार, प्यार और आत्मसम्मान के बीच का संतुलन दिखाती है। हर किरदार अपने दिल की बात कह रहा है।
Episode Review
Jhanak 10 September 2025 का यह एपिसोड बहुत भावनात्मक है। झनक का अकेलापन और उसका आत्मसम्मान कहानी को गहराई देता है। ऋषि का उसकी मदद करना बहुत अच्छा लगा। अदिति का गुस्सा और उसका प्यार भी कहानी को रोमांचक बनाता है। हर सीन में भावनाएं और रिश्तों की जटिलता साफ दिखती है। यह एपिसोड Telly Update के लिए एकदम सही है।
Best Scene of the Episode
सबसे अच्छा सीन वह है जब ऋषि झनक का बैग बस से उतारता है और कहता है, “गाड़ी में बैठो।” यह सीन बहुत भावुक है। झनक का हैरान होना और ऋषि का उसकी मदद करना दिल को छूता है। यह दर्शाता है कि ऋषि का दिल कितना बड़ा है।
Next Episode Prediction
अगले एपिसोड में, पराशर झनक को बताते हैं कि नूतन के श्राद्ध की सारी तैयारी हो गई है। ऋषि झनक से पूछता है कि क्या उसे वहां रुकने से कोई दिक्कत है। झनक कहती है कि वह गलत कर रहा है। ऋषि जवाब देता है कि वह अपनी गलतियों को सुधार रहा है। दूसरी तरफ, अदिति सिमुल बोनी जाने का फैसला करती है। यह देखना रोमांचक होगा कि क्या होगा जब अदिति और झनक आमने-सामने होंगी।
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