आरती ने बचाई कली की जान
Advocate Anjali Awasthi 8 July 2025 Written Update कहानी में कली नाम की एक लड़की गुंडों से भाग रही है। उसे पकड़ने के लिए कुछ बदमाश पीछे पड़े हैं। तभी जर्नलिस्ट आरती, जो कभी नहीं हारती, ऑटो में बैठी अपनी खबर की तलाश में है। उसने एक गोडाउन की रिकॉर्डिंग की है, जहां लड़कियों की तस्करी हो रही है। आरती बहुत बहादुर है। वो अपनी खबर को टीवी पर दिखाकर चैनल की टीआरपी बढ़ाने का सपना देखती है। उसका कैमरा और उसकी हिम्मत दोनों कमाल के हैं!

आरती ऑटो में बैठी अपने एडिटर लाल को फोन पर बता रही है कि उसने सारी तस्करी की रिकॉर्डिंग कर ली है। तभी उसकी नजर सड़क पर भागती कली पर पड़ती है। गुंडे उसके पीछे हैं। आरती तुरंत ऑटो वाले भैया को रिकॉर्डिंग करने को कहती है। वो कली को बचाने के लिए गुंडों से भिड़ जाती है। आरती कहती है, “ये लोग गुंडे हैं, लेकिन मैं उनसे ज्यादा खतरनाक हूँ!” उसकी हिम्मत देखकर सब दंग रह जाते हैं। वो कली को सुरक्षित ऑटो में बिठाती है और कहती है, “अब हम पुलिस स्टेशन चलेंगे।”
पुलिस स्टेशन पहुंचने पर आरती को पता चलता है कि थानेदार किसी महफिल में गए हैं। ये सुनकर उसे शक होता है। तभी वो देखती है कि वही गुंडे स्टेशन पर आ गए हैं। शायद वो कली को ढूंढ रहे हैं। आरती फटाफट कली का चेहरा ढकती है और उसे लेकर वहां से निकल जाती है। वो कली से कहती है, “चिंता मत करो, मैं जर्नलिस्ट आरती हूँ। मैं तुम्हें दिल्ली ले जाऊंगी, फिर घर।” कली डर तो रही है, लेकिन आरती की बातों से उसे हिम्मत मिलती है।

इधर, आरती की दोस्त पद्मा उसकी माँ अंजलि को खाना खिलाने की कोशिश कर रही है। लेकिन अंजलि, जो एक वकील हैं, अपनी बेटी आरती से बात किए बिना खाना नहीं खातीं। अflashpointंजलि चल-फिर नहीं सकतीं और चुप रहती हैं। पद्मा परेशान है। वो आरती को फोन करती है और कहती है, “तेरी माँ ने कुछ नहीं खाया।” आरती पुलिस स्टेशन से फोन पर माँ से बात करती है। वो अपनी माँ को लोरी सुनाती है, “लोरी लोरी, चंदिया छुप जाना रे…”। ये सुनकर अंजलि का दिल पिघल जाता है और वो खाना खा लेती हैं। आरती अपनी माँ से बहुत प्यार करती है।
आरती अपनी माँ को बताती है कि उसने कली को गुंडों से बचाया है। वो कहती है, “माँ, तुमने कानून को हथियार बनाया था। मैंने अपने हाथों को हथियार बनाया।” वो बताती है कि 20 साल पहले पद्मा मौसी के साथ भी ऐसा हुआ था। आज भी लड़कियों पर अत्याचार हो रहे हैं। आरती अपनी खबर को वायरल करने का वादा करती है। वो कहती है, “माँ, ये स्टोरी सबको हिला देगी!” अंजलि चुप रहती हैं, लेकिन उनकी आँखों में गर्व झलकता है।

आरती कली को अपने घर ले आती है। वो अपनी माँ से पूछती है, “माँ, क्या मैं कली को यहाँ रख सकती हूँ?” अंजलि अपनी पलकें झपकाकर इजाजत देती हैं। आरती खुश हो जाती है। वो कली से कहती है, “अब तुम मेरे साथ रहोगी। डरने की कोई बात नहीं।” इस बीच, कोई फोन पर आरती से बेटे की शादी की बात करता है। आरती हँसकर कहती है, “मैं जर्नलिस्ट आरती हूँ, जो कभी नहीं हारती!” Advocate Anjali Awasthi का पिछला एपिसोड पढ़ें और जानें कि आगे क्या होगा!
अंतर्दृष्टि
इस एपिसोड में आरती की बहादुरी और उसका जुनून सामने आता है। वो एक सच्ची जर्नलिस्ट है, जो गलत के खिलाफ लड़ती है। कली का डर और उसकी उम्मीद हमें दिखाती है कि मुश्किल में भी हिम्मत काम आती है। अंजलि का अपनी बेटी के लिए प्यार बहुत प्यारा है। वो भले चुप हैं, लेकिन उनकी आँखें सब कह देती हैं।
समीक्षा
Advocate Anjali Awasthi 8 July 2025 का ये एपिसोड बहुत जोश से भरा है। आरती की हिम्मत और कली को बचाने की कहानी दिल को छूती है। अंजलि और आरती का रिश्ता बहुत खास है। लोरी वाला सीन भावुक कर देता है। कहानी में सस्पेंस भी है, क्योंकि पुलिस स्टेशन में कुछ गड़बड़ लगती है।
सबसे अच्छा सीन
लोरी वाला सीन सबसे प्यारा है। आरती अपनी माँ अंजलि को लोरी सुनाती है। उसकी आवाज में प्यार और माँ की आँखों में विश्वास देखकर दिल भर आता है। ये सीन परिवार के प्यार को दिखाता है।
अगले एपिसोड का अनुमान
Advocate Anjali Awasthi के अगले एपिसोड में आरती अपनी खबर को वायरल करने की कोशिश करेगी। शायद वो पुलिस स्टेशन की सच्चाई उजागर करे। कली की कहानी और अंजलि की सेहत के बारे में भी कुछ नया पता चलेगा। क्या आरती गुंडों को सजा दिला पाएगी? जानने के लिए देखें अगला एपिसोड!