Raghav’s Manipulating Move against Aman – अंजलि और अमन का कोर्ट में टकराव, क्या टूटेगा रिश्ता? –
एडवोकेट अंजलि अवस्थी के इस नाटकीय एपिसोड में, Advocate Anjali Awasthi 20 April 2025 Written Update के साथ, कोर्ट की कार्रवाई और निजी रिश्तों का टकराव दर्शकों को भावनाओं के भंवर में ले जाता है। यह एपिसोड कोर्टरूम के तनाव और पारिवारिक विश्वासघात की गहरी भावनाओं को उजागर करता है। कहानी अंजलि अवस्थी और उनके पति अमन सिंह राजपूत के बीच अप्रत्याशित टकराव के इर्द-गिर्द घूमती है, जहां दोनों एक डिवोर्स केस में आमने-सामने आते हैं। अंजलि अपनी दीदी गिनीश सिंह राजपूत के लिए न्याय की लड़ाई लड़ रही हैं, जबकि अमन अपने भाई अभय सिंह राजपूत की तरफ से केस लड़ते हैं। इस बीच, राघव सिंह राजपूत, अमन के पिता, अपने बेटे को जीत के लिए प्रेरित करते हैं, जिससे पारिवारिक रिश्तों में दरार और गहरी हो जाती है।
एपिसोड की शुरुआत कोर्ट में होती है, जहां अंजलि जज से अगली तारीख मांगती हैं। उनकी विनम्र लेकिन दृढ़ शैली कोर्ट में उनकी मजबूत उपस्थिति को दर्शाती है। जैसे ही कोर्ट की कार्रवाई समाप्त होती है, अमन अपनी पत्नी अंजलि को ढूंढने की कोशिश करते हैं। लेकिन जब वे मिलते हैं, तो अंजलि का गुस्सा और दुख फट पड़ता है। उन्हें यह जानकर गहरा धक्का लगता है कि अमन, जिन्हें वे सिर्फ अपने पति के रूप में जानती थीं, एक रजिस्टर्ड एडवोकेट हैं और उनके खिलाफ कोर्ट में खड़े हैं। अंजलि का दिल टूट जाता है जब उन्हें पता चलता है कि अमन ने उनसे अपनी वकालत की सच्चाई छिपाई। वे अमन को धोखेबाज कहती हैं और कहती हैं कि उनके रिश्ते का आधार ही झूठ पर टिका है। अमन बार-बार सफाई देने की कोशिश करते हैं, लेकिन अंजलि का गुस्सा और विश्वासघात का दर्द उनकी बातों को सुनने की इजाजत नहीं देता।
अंजलि का दुख तब और गहरा हो जाता है जब वे अमन को अपने पिता राघव सिंह राजपूत की तरह धोखेबाज और विश्वासघाती बताती हैं। वे कहती हैं कि अमन ने उनके मंगलसूत्र और सिंदूर का मजाक उड़ा दिया है। कोर्ट में उनकी गरिमा को ठेस पहुंची है, और वे अमन को सिर्फ एक अपोनेंट लॉयर के रूप में देखने की ठान लेती हैं। अंजलि की दीदी गिनीश के अपमान की यादें उनके गुस्से को और भड़काती हैं। वे कोर्ट में अमन को चुनौती देती हैं कि वे यह केस जीतकर गिनीश को उनका हक दिलवाएंगी और अभय को अपनी पत्नी के साथ गृहस्थी बसाने के लिए मजबूर करेंगी। अमन, जो अपनी पत्नी से प्यार करते हैं, इस टकराव से टूट जाते हैं। वे बार-बार अंजलि से बात करने की कोशिश करते हैं, लेकिन अंजलि साफ कहती हैं कि उनके बीच अब कोई रिश्ता नहीं बचा।
दूसरी ओर, राघव सिंह राजपूत अपने बेटे अमन को इस केस को जीतने के लिए उकसाते हैं। वे अंजलि के आत्मविश्वास को अहंकार कहते हैं और कहते हैं कि उसे सबक सिखाने की जरूरत है। राघव अपने बेटे को परिवार और खानदान की इज्जत की दुहाई देते हैं। वे अमन से कहते हैं कि अगर वे यह केस जीतते हैं, तो वे अंजलि को बहू के रूप में स्वीकार करेंगे। लेकिन साथ ही, वे यह भी साफ करते हैं कि गिनीश और अंजलि में से केवल एक ही उनके घर में रह सकती है। अमन, जो अपनी पत्नी और परिवार दोनों से प्यार करते हैं, इस उलझन में फंस जाते हैं। अभय भी अमन को केस जीतने के लिए प्रेरित करते हैं और वादा करते हैं कि अगर जरूरत पड़ी, तो वे गिनीश से माफी मांगकर उन्हें घर वापस लाएंगे। लेकिन राघव की चालाकी और उनके शब्दों में छिपी साजिश इस बात का संकेत देती है कि वे इस युद्ध को जीतने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं।
एपिसोड के अंत में, अंजलि और गिनीश अपने मायके लौटती हैं। सपना, अंजलि की मां, और गणेश, उनके पिता, कोर्ट में क्या हुआ, यह जानने के लिए बेचैन हैं। गिनीश बताती हैं कि अंजलि ने एक और तारीख मांगी है, जिससे सपना हैरान हो जाती हैं। वे अंजलि से सवाल करती हैं कि उन्होंने जज को गिनीश के अपमान की बात क्यों नहीं बताई। जब गणेश पूछते हैं कि उनका अपोनेंट लॉयर कौन था, तो अंजलि का दर्द फूट पड़ता है। वे कहती हैं कि उनके मंगलसूत्र और सिंदूर का अपमान हुआ है, और उनके पति अमन ने ही कोर्ट में उनके खिलाफ खड़े होकर उनके अस्तित्व को चुनौती दी है।
अंतर्दृष्टि (Insights)
यह एपिसोड रिश्तों और विश्वास के बीच की नाजुक रेखा को उजागर करता है। अंजलि का गुस्सा और दुख उनकी मजबूत नैतिकता और परिवार के प्रति उनकी निष्ठा को दर्शाता है। दूसरी ओर, अमन का किरदार एक ऐसे पुरुष का है, जो अपनी पत्नी और परिवार के बीच फंस गया है। राघव का चालाक और नियंत्रणकारी स्वभाव इस कहानी को और जटिल बनाता है, क्योंकि वे अपने बेटे को अपनी महत्वाकांक्षाओं का हथियार बनाते हैं। गिनीश का किरदार एक ऐसी महिला का है, जिसने अपमान सहा है, लेकिन अपनी बहन अंजलि के समर्थन से वह अपने हक की लड़ाई लड़ रही है। यह एपिसोड दर्शाता है कि कैसे व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन का टकराव रिश्तों को तोड़ सकता है।
समीक्षा (Review)
यह एपिसोड अपनी भावनात्मक गहराई और कोर्टरूम ड्रामे के लिए सराहनीय है। अंजलि और अमन के बीच का टकराव दर्शकों को बांधे रखता है। अंजलि की दृढ़ता और उनके दर्द का चित्रण इस एपिसोड को खास बनाता है। हालांकि, राघव का किरदार कुछ हद तक अतिनाटकीय लगता है, जो कहानी को थोड़ा क्लिष्ट बना सकता है। अभय का वादा और राघव की साजिश अगले एपिसोड के लिए उत्सुकता बढ़ाती है। कुल मिलाकर, यह एपिसोड पारिवारिक ड्रामे और कोर्टरूम तनाव का शानदार मिश्रण है।
सबसे अच्छा सीन (Best Scene)
सबसे प्रभावशाली सीन वह है जब अंजलि कोर्ट में अमन को उनके धोखे के लिए लताड़ती हैं। उनका गुस्सा, दुख, और विश्वासघात का दर्द दर्शकों को झकझोर देता है। जब वे कहती हैं, “आपने मेरे मंगलसूत्र और सिंदूर का मजाक उड़ा दिया,” तो यह पल भारतीय पारिवारिक मूल्यों और रिश्तों की पवित्रता को गहराई से छूता है। अमन का असहाय चेहरा और अंजलि की दृढ़ता इस दृश्य को अविस्मरणीय बनाती है।
अगले एपिसोड का अनुमान
अगले एपिसोड में अंजलि और अमन के बीच तनाव और बढ़ेगा। अंजलि अपनी दीदी गिनीश के लिए और मजबूती से कोर्ट में लड़ेगी, जबकि अमन अपने पिता और भाई के दबाव में इस केस को जीतने की कोशिश करेगा। राघव की साजिश और अभय का वादा कहानी में नया मोड़ ला सकता है। क्या अंजलि अपने पति के खिलाफ जीत हासिल कर पाएगी, या अमन अपने परिवार की इज्जत बचाने के लिए उसे हरा देगा? यह देखना रोमांचक होगा।
Advocate Anjali Awasthi 19 April 2025 Written Update
1 thought on “Advocate Anjali Awasthi 20 April 2025 Written Update”