Parag’s Decision for Aryan ईशानी की जिंदगी में नया मोड़, राघव का सच आया सामने –
आज का Anupama 26 April 2025 Written Update एक भावनात्मक रोलरकोस्टर है, जो पारिवारिक रिश्तों, मां की ममता, और सामाजिक मुद्दों के इर्द-गिर्द घूमता है। अनुपमा अपनी बेटी ईशानी की चिंता में डूबी हुई है, जो कुछ गुंडों के चंगुल में फंस गई थी। जैसे ही ईशानी घर लौटती है, परिवार में राहत की सांस के साथ-साथ तनाव भी बढ़ जाता है। ईशानी की हालत देखकर किंजल और पाखी सदमे में हैं, लेकिन अनुपमा की हिम्मत और राघव की मदद से ईशानी सुरक्षित घर पहुंचती है। हालांकि, ईशानी अपनी मां अनुपमा को ही अपनी मुसीबतों का जिम्मेदार ठहराती है, जिससे अनुपमा का दिल टूट जाता है। पाखी और राही भी अनुपमा पर आरोप लगाते हैं, जबकि प्रेम और परितोष उनकी हिम्मत की तारीफ करते हैं। दूसरी ओर, कोठारी परिवार में पराग अपनी वसीयत को लेकर चर्चा करते हैं, जिससे गौतम और आर्यन के बीच तनाव बढ़ता है। राघव का आत्मसमर्पण और नशा तस्करों की गिरफ्तारी इस एपिसोड को एक सकारात्मक मोड़ देती है, लेकिन ईशानी की आत्महत्या की कोशिश और राही का गुस्सा कहानी में और ड्रामा जोड़ता है।
एपिसोड की शुरुआत में अनुपमा की बेचैनी साफ दिखती है, जब वह ईशानी को ढूंढने के लिए परेशान है। जैसे ही ईशानी घर लौटती है, किंजल और पाखी उसकी चोटों को देखकर घबरा जाते हैं। ईशानी बताती है कि कुछ गुंडों ने उसे जबरदस्ती मुंबई ले जाने की कोशिश की, और राघव ने उसे बचाया। अनुपमा राघव को दिल से धन्यवाद देती है, लेकिन किंजल को राघव की मौजूदगी पर हैरानी होती है। ईशानी, जो नशे की लत और गुंडों के ब्लैकमेलिंग से जूझ रही है, अनुपमा पर गुस्सा निकालती है। वह कहती है कि अनुपमा की वजह से उसकी जिंदगी बर्बाद हो रही है, क्योंकि अनुपमा ने गुंडों से भिड़कर मामला और बिगाड़ दिया। अनुपमा यह सुनकर स्तब्ध रह जाती है, लेकिन वह ईशानी को समझाने की कोशिश करती है कि सब ठीक हो जाएगा।
ईशानी अपने कमरे में खुद को बंद कर लेती है, जिससे शाह परिवार में चिंता बढ़ जाती है। पाखी उसे गलत कदम न उठाने की गुहार लगाती है, जबकि अंश पाखी को शांत करने की कोशिश करता है। पाखी गुस्से में अनुपमा को दोष देती है और सवाल उठाती है कि अनुपमा ने गुंडों से भिड़ने की बजाय पुलिस को क्यों नहीं बुलाया। अनुपमा अपनी सफाई में कहती है कि वह अपनी बेटी को बचाने के लिए कुछ भी कर सकती थी। वह भावुक होकर कहती है, “अगर मेरी बेटी को कोई धमकाएगा, तो मैं चुप नहीं रहूंगी।” पाखी इसे अनुपमा का लेक्चर बताकर तंज कसती है और कहती है कि अनुपमा ने ईशानी और राही की जिंदगी बर्बाद कर दी। परितोष भी अनुपमा से कहता है कि पुलिस को बुलाना चाहिए था, लेकिन अनुपमा जवाब देती है कि उस वक्त समय नहीं था।
इस बीच, राघव अनुपमा का बचाव करता है और कहता है कि अनुपमा ने कुछ गलत नहीं किया। पाखी उसे परिवार के मामलों से दूर रहने की चेतावनी देती है। राही राघव को दोष देती है, जिसके जवाब में राघव कहता है कि अगर पाखी अपनी मां का सम्मान नहीं कर सकती, तो वह उससे और क्या उम्मीद कर सकता है। अनुपमा को डर है कि राघव कोठारी परिवार का नाम न ले ले। राही पुलिस बुलाने की बात करती है, लेकिन राघव ऐलान करता है कि उसने अपनी पत्नी का कत्ल नहीं किया और वह खुद पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करेगा। वह अपनी गलतियों के लिए माफी मांगता है और कहता है कि वह जेल में सजा काटेगा, लेकिन अपनी बेगुनाही साबित करेगा।
अंश अनुपमा को बताता है कि ईशानी कमरे से कोई जवाब नहीं दे रही। उधर, कोठारी परिवार में पराग अपनी वसीयत की चर्चा करते हैं, जिसमें वह अपनी संपत्ति को प्रेम, आर्यन, राजा, और बादशाह के बीच बराबर बांटना चाहते हैं। गौतम को यह सुनकर गुस्सा आता है, क्योंकि उसे कोई हिस्सा नहीं मिला। प्रार्थना कोठारी परिवार को बताती है कि राघव ने ईशानी को बचाया और वह सुरक्षित है। वसुंधरा, पराग, और अनिल इस खबर से हैरान हो जाते हैं। वसुंधरा प्रेम, राजा, और राही को घर वापस बुलाने के लिए कहती है। आर्यन और गौतम के बीच तनाव बढ़ता है, जब गौतम आर्यन पर छिपे इरादों का आरोप लगाता है।
दूसरी ओर, ईशानी आत्महत्या की कोशिश करती है, लेकिन अनुपमा उसे समय रहते रोक लेती है। ईशानी रोते हुए बताती है कि नशा तस्करों के पास उसका और दूसरी लड़कियों का वीडियो है, जिसके आधार पर वे उसे ब्लैकमेल कर रहे हैं। वह डरती है कि वे उसका वीडियो वायरल कर देंगे और उसकी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी। अनुपमा उसे गले लगाकर समझाती है कि वह अकेली नहीं है और परिवार मिलकर सब संभाल लेगा।
इंस्पेक्टर अनुपमा और परितोष को सूचित करता है कि राघव ने थाने में आत्मसमर्पण कर दिया है। नशा तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया है, और उनके बताए स्थान पर छापेमारी कर पेनड्राइव बरामद की गई, जिसमें लड़कियों के फोटो और वीडियो थे। इंस्पेक्टर आश्वासन देता है कि गैंग के बाकी सदस्यों को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा। यह सुनकर ईशानी को राहत मिलती है। अनुपमा उसे नशे की लत छोड़ने के लिए प्रेरित करती है और कहती है, “मेरा बहादुर बच्चा, तूने हिम्मत दिखाई, अब एक और जंग जीतनी है।”
हसमुख और लीला पाखी से कहते हैं कि अनुपमा को उसकी हिम्मत का श्रेय देना चाहिए। हालांकि, राही अनुपमा को दोष देना जारी रखती है। प्रेम अनुपमा का समर्थन करता है और राही को समझाने की कोशिश करता है। वह राही से कहता है कि अगर वह अनुपमा की जगह होती, तो भी यही करती। राही गुस्से में कहती है कि ईशानी ने खुद अनुपमा को अपनी मुसीबतों का जिम्मेदार ठहराया है। प्रेम जवाब देता है कि शाह परिवार की परंपरा है कि पहले गलती करो और फिर अनुपमा पर इल्जाम लगाओ।
आर्यन माही को बताता है कि पराग ने वसीयत में उसे शामिल किया है और आधा बिजनेस उसके नाम करने जा रहे हैं। माही उसे बधाई देती है, लेकिन राही की प्रतिक्रिया को लेकर चेतावनी देती है। परी माही पर आर्यन को उकसाने का आरोप लगाती है। माही परी को अपनी जिंदगी से दूर रहने की चेतावनी देती है और कहती है कि वह जो चाहेगी, करेगी। परी यह सुनकर हैरान रह जाती है।
अनुपमा उदास होकर सोचती है कि राही अब भी उसे दोष दे रही है। उसे यशदीप का मैसेज मिलता है, जिसमें स्पाइस एंड चटनी के नए ब्रांच की ओपनिंग की तस्वीरें हैं। इन तस्वीरों में अनुपमा पंखुड़ी को देखकर हैरान हो जाती है। वह सोचती है कि क्या पंखुड़ी राघव की पत्नी हो सकती है। एपिसोड का अंत एक भावनात्मक नोट पर होता है, जब अनुपमा प्रार्थना करती है कि राही से उसकी दूरी न बढ़े।
अंतर्दृष्टि
यह एपिसोड मां की ममता और परिवार के लिए बलिदान की भावना को खूबसूरती से दर्शाता है। अनुपमा का किरदार एक ऐसी मां का है, जो अपनी बेटी के लिए कुछ भी कर सकती है, भले ही उसे इसके लिए कितना ही दोष क्यों न सहना पड़े। ईशानी की नशे की लत और ब्लैकमेलिंग की कहानी आज के समाज में युवाओं के सामने आने वाली गंभीर समस्याओं को उजागर करती है। राघव का आत्मसमर्पण और उसका अनुपमा का बचाव करना दर्शाता है कि इंसान में अच्छाई और बुराई दोनों हो सकती हैं। कोठारी परिवार की वसीयत की चर्चा और आर्यन–गौतम का तनाव यह दिखाता है कि संपत्ति और रिश्तों में अक्सर टकराव हो जाता है। राही और पाखी का अनुपमा के प्रति गुस्सा यह सवाल उठाता है कि क्या परिवार में गलतफहमियां रिश्तों को हमेशा के लिए तोड़ सकती हैं।
समीक्षा
यह एपिसोड ड्रामा, इमोशन्स, और सामाजिक संदेश का शानदार मिश्रण है। अनुपमा का किरदार एक बार फिर अपनी हिम्मत और ममता से दर्शकों का दिल जीत लेता है। ईशानी की आत्महत्या की कोशिश और अनुपमा का उसे बचाना एपिसोड का सबसे मार्मिक हिस्सा है। पाखी और राही का अनुपमा को दोष देना थोड़ा अतिरंजित लगता है, लेकिन यह शाह परिवार की गतिशीलता को दर्शाता है। राघव की कहानी में नया ट्विस्ट, खासकर पंखुड़ी का जिक्र, दर्शकों की उत्सुकता बढ़ाता है। कोठारी परिवार की कहानी को और गहराई की जरूरत है, क्योंकि यह अभी सतही लग रही है। कुल मिलाकर, यह एपिसोड पारिवारिक ड्रामा और सामाजिक मुद्दों को संतुलित करने में सफल रहा।
सबसे अच्छा सीन
एपिसोड का सबसे प्रभावशाली सीन वह है, जब अनुपमा ईशानी को आत्महत्या करने से रोकती है। ईशानी का डर, उसका रोना, और अनुपमा का उसे गले लगाकर हिम्मत देना दर्शकों को भावुक कर देता है। अनुपमा का डायलॉग, “मेरा बहादुर बच्चा, तूने हिम्मत दिखाई, अब एक और जंग जीतनी है,” मां की ताकत और प्यार को बखूबी दर्शाता है। यह सीन न केवल कहानी को आगे बढ़ाता है, बल्कि नशे की लत और ब्लैकमेलिंग जैसे गंभीर मुद्दों पर भी रोशनी डालता है।
अगले एपिसोड का अनुमान
अगले एपिसोड में अनुपमा पंखुड़ी और राघव के रिश्ते का सच जानने की कोशिश करेगी। ईशानी नशे की लत छोड़ने के लिए संघर्ष करेगी, और अनुपमा उसका साथ देगी। राही और पाखी का अनुपमा के प्रति गुस्सा और बढ़ सकता है, जिससे शाह परिवार में और तनाव होगा। कोठारी परिवार में आर्यन और गौतम के बीच टकराव तेज होगा, और राही आर्यन की वसीयत की खबर पर तीखी प्रतिक्रिया दे सकती है। माही और परी की तकरार भी नया मोड़ लेगी। कुल मिलाकर, अगला एपिसोड और ड्रामे और रहस्यों से भरा होगा।
Anupama 25 April 2025 Written Update