मन्नत की हिम्मत भरी लड़ाई शुरू
Mannat 9 September 2025 Written Update मन्नत घर पर उदास बैठी है। विक्रांत उसे खाना खिलाते हैं। वह कहते हैं, “मुझे तुम्हारी फिक्र है, मन्नत।” विक्रांत डरते हैं कि मन्नत को फिर से जेल हो सकती है। पहले भी उसे झूठे इल्ज़ाम में जेल भेजा गया था। विक्रांत कहते हैं, “मैं तुम्हें खोना नहीं चाहता।” मन्नत की माँ श्रुति भी परेशान हैं। वह कहती हैं, “मन्नत, तू मेरी जान है। तू मेरा सब कुछ है।” लेकिन श्रुति को गुस्सा है। वह नहीं चाहती कि मन्नत अनिरुद्ध का साथ दे। श्रुति कहती हैं, “वह एक गुंडा है। तू उसकी बातों में आ गई है।” मन्नत जवाब देती है, “माँ, आपने मुझे सच का साथ देना सिखाया। मैं झूठ नहीं बोल सकती।” श्रुति गुस्से में मन्नत से कहती हैं, “तुझे चुनना होगा। मैं या वो खूनी बाप?” मन्नत रोते हुए कहती है, “माँ, आप मेरे लिए सब कुछ हो। लेकिन मैं सच छोड़ नहीं सकती।”

कोर्ट में सुनवाई शुरू होती है। ऐश्वर्या राय सिंह अनिरुद्ध पर पुराने इल्ज़ाम लगाती हैं। वह कहती हैं, “इस आदमी ने मेरी इज्ज़त के साथ खिलवाड़ किया।” अनिरुद्ध कहता है, “ये सब झूठ है।” तभी मन्नत कोर्ट में आती है। वह कहती है, “मेरे पापा निर्दोष हैं।” सभी हैरान हो जाते हैं जब मन्नत अनिरुद्ध को “पापा” कहती है। वह अनिरुद्ध से कहती है, “पापा, आप अकेले नहीं हो। मैं आपके साथ हूँ।” मन्नत अनिरुद्ध को हिम्मत देती है। वह कहती है, “आपको उन गुनाहों की सजा नहीं लेनी चाहिए जो आपने किए ही नहीं।” जज अनिरुद्ध को सबूत पेश करने के लिए एक हफ्ते का समय देता है। अगर सबूत नहीं मिले, तो कोर्ट फैसला सुना देगा। मन्नत खुश है। वह अनिरुद्ध से कहती है, “पापा, हम ये लड़ाई जीतेंगे।”

कोर्ट के बाहर हालात बिगड़ जाते हैं। ऐश्वर्या ने कुछ लोगों को बुलाया है। वे मन्नत के खिलाफ नारे लगाते हैं। वे चिल्लाते हैं, “मन्नत हाय हाय!” लोग मन्नत को गलत कहते हैं। वे कहते हैं, “शर्म करो, बलात्कारी का साथ दे रही हो।” मन्नत डरती नहीं। वह कहती है, “मैं सच का साथ दूँगी।” नीतू और मल्लिका भी मन्नत को ताने मारती हैं। मल्लिका कहती है, “मन्नत, तूने मेरे दादू को खोया। उस गुंडे का साथ छोड़ दे।” मन्नत जवाब देती है, “मैं सच के लिए लड़ रही हूँ।” ऐश्वर्या मन्नत को धमकाती है। वह कहती है, “मैं तुम्हें अनिरुद्ध को बचाने नहीं दूँगी।” मन्नत दुखी है, लेकिन वह हार नहीं मानती। वह अनिरुद्ध से कहती है, “पापा, मैं आपके लिए लड़ूँगी।” अनिरुद्ध खुश होकर कहता है, “मेरी मन्नत मुझे मिल गई।”

मन्नत का दिल टूटा है। वह अपनी माँ और विक्रांत से प्यार करती है। लेकिन वह सच का साथ नहीं छोड़ सकती। वह कहती है, “विक्रांत मुझसे बहुत प्यार करते हैं। हमारा प्यार नहीं बदलेगा।” मन्नत को भरोसा है कि वह अनिरुद्ध को बचा लेगी।
Insights
इस एपिसोड में मन्नत की हिम्मत और सच के लिए उसकी लड़ाई देखने लायक है। वह अपनी माँ और विक्रांत से प्यार करती है। लेकिन वह अनिरुद्ध को निर्दोष मानती है। मन्नत का अपने पापा को “पापा” कहना बहुत भावुक पल था। यह दिखाता है कि वह अपने रिश्तों को कितना महत्व देती है। ऐश्वर्या का गुस्सा और भीड़ का विरोध मन्नत के लिए मुश्किलें बढ़ाता है। फिर भी मन्नत का साहस हमें सिखाता है कि सच के लिए लड़ना आसान नहीं होता। लेकिन यह सही रास्ता है।
Episode Review
यह Mannat 9 September 2025 का एपिसोड बहुत रोमांचक था। मन्नत की हिम्मत और उसके पापा के लिए प्यार देखकर दिल भर आया। कोर्ट का सीन और भीड़ का विरोध बहुत तनावपूर्ण था। श्रुति और विक्रांत का गुस्सा समझ आता है। लेकिन मन्नत का सच का साथ देना हमें प्रेरणा देता है। ऐश्वर्या का किरदार इस एपिसोड में बहुत मज़बूत दिखा। कहानी में हर पल कुछ नया होता है। यह Hindi serial update हर बार हमें और जानने के लिए उत्सुक करता है।
Best Scene of the Episode
सबसे अच्छा सीन वह था जब मन्नत ने कोर्ट में अनिरुद्ध को “पापा” कहा। उसने अनिरुद्ध को हिम्मत दी और कहा, “आप अकेले नहीं हो।” यह पल बहुत भावुक था। मन्नत की आँखों में अपने पापा के लिए प्यार और विश्वास दिखा। कोर्ट में सब हैरान थे। यह सीन दिल को छू गया।
Next Episode Prediction
अगले एपिसोड में मन्नत सबूत इकट्ठा करने की कोशिश करेगी। वह अनिरुद्ध को बचाने के लिए नया रास्ता ढूंढेगी। क्या ऐश्वर्या मन्नत को रोक पाएगी? क्या श्रुति और विक्रांत मन्नत को समझ पाएंगे? Telly Update में जानने के लिए अगला एपिसोड देखें।