Rani Finds Proof to Free Digvijay रानी का बड़ा खुलासा, अनीषा की साजिश उजागर! –
Pocket Mein Aasmaan 25 April 2025 Written Update में कहानी एक नाटकीय मोड़ लेती है, जहां डॉक्टर दिग्विजय का केस कोर्ट में और उलझ जाता है। यह एपिसोड भावनाओं, विश्वासघात और पारिवारिक रिश्तों की गहराई को दर्शाता है। कोर्ट में डॉक्टर दुबे की गवाही से शुरू होकर, रानी की कोशिशें और अनीषा की साजिश तक, यह एपिसोड दर्शकों को भावनात्मक रूप से बांधे रखता है। रानी का अपने पति दिग्विजय को बचाने का जुनून और परिवार की नाराजगी के बीच उसका संघर्ष कहानी को और गहरा बनाता है।
एपिसोड की शुरुआत कोर्टरूम से होती है, जहां डॉक्टर दुबे बताते हैं कि वह पिछले डेढ़ महीने से मिस्टर व्यास के केस को देख रहे थे। वह दिग्विजय के प्रोफेसर रह चुके हैं और उनकी मेडिकल स्थिति में सुधार की बात कहते हैं। लेकिन विपक्षी वकील उनकी गवाही को स्वीकार करने से इनकार करते हैं, क्योंकि उनके बारे में पहले कोई जानकारी नहीं थी। रानी, जो दिग्विजय की पत्नी है, कोर्ट में भावुक होकर डॉक्टर दुबे को गवाही देने की अनुमति देने की गुहार लगाती है। वह अनीषा से कहती है कि अगर डॉक्टर दुबे गवाही दे पाए, तो दिग्विजय का केस उनके पक्ष में आ सकता है। अनीषा, जो दिग्विजय की दोस्त और सहकर्मी है, और वकील मिस्टर भट्ट जज से अनुरोध करते हैं, और आखिरकार डॉक्टर दुबे को गवाही की अनुमति मिलती है।
लेकिन कोर्ट में डॉक्टर दुबे अपना बयान बदल देते हैं। वह कहते हैं कि मिस्टर व्यास की हालत क्रिटिकल थी, लेकिन सर्जरी के दौरान उनकी मृत्यु की कोई संभावना नहीं थी। यह बयान दिग्विजय के खिलाफ जाता है, और जज उनकी जमानत याचिका खारिज कर देते हैं। पता चलता है कि अनीषा ने डॉक्टर दुबे को ब्लैकमेल किया था, क्योंकि हॉस्पिटल ने उन्हें एक बड़ा लोन दिया था, और वह इस साजिश का हिस्सा बन गए। यह खुलासा रानी के लिए झटका है, जो डॉक्टर दुबे से पहले मिल चुकी थी और उन्हें दिग्विजय के पक्ष में बयान देने के लिए राजी किया था।
कोर्ट के बाद, दिग्विजय जेल में रानी से मिलने से इनकार कर देता है। वह गुस्से में कहता है कि रानी की वजह से उसका करियर और प्रतिष्ठा दांव पर लग गई। रानी सफाई देती है कि उसने जानबूझकर कुछ गलत नहीं किया, लेकिन दिग्विजय उसकी बात नहीं सुनता। अनीषा दिग्विजय को सांत्वना देती है और वादा करती है कि मिस्टर भट्ट उसकी जमानत के लिए पूरी कोशिश करेंगे। लेकिन दिग्विजय साफ कहता है कि वह रानी का चेहरा तक नहीं देखना चाहता।
घर पर, नारायणी, दिग्विजय की मां, रानी पर भड़क जाती हैं। वह कहती हैं कि रानी की गलती की वजह से उनका बेटा जेल में है। नारायणी देबू को रानी का सामान पैक करने का आदेश देती हैं और कहती हैं कि रानी को तुरंत राजकोट वापस जाना होगा। पिंकी, जो परिवार की एक सदस्य है, मौके का फायदा उठाकर रानी के खिलाफ सबको भड़काती है। वह कहती है कि रानी की हरकतों ने दिग्विजय की जिंदगी बर्बाद कर दी। गायत्री, नारायणी की बहन, रानी का बचाव करती हैं और कहती हैं कि वह इस घर की बेटी है। लेकिन नारायणी और पिंकी का गुस्सा कम नहीं होता। नारायणी रानी को थप्पड़ मारने वाली होती हैं, लेकिन गायत्री उन्हें रोक लेती हैं। पिंकी रानी को चेतावनी देती है कि वह इस घर का सत्यानाश नहीं होने देगी।
रानी टूट चुकी है, लेकिन वह हार नहीं मानती। वह ईशान और देबू से बात करती है और कहती है कि उसे यकीन है कि डॉक्टर दुबे को किसी ने बयान बदलने के लिए मजबूर किया। वह मिस्टर व्यास के ब्लड सैंपल को रीटेस्ट करवाकर दिग्विजय की बेगुनाही साबित करना चाहती है। रानी एक डॉक्टर से ब्लड सैंपल मांगती है, लेकिन वह डरता है कि यह गैरकानूनी है और उसकी नौकरी जा सकती है। रानी उससे भावनात्मक अपील करती है, कहती है कि दिग्विजय एक अच्छा डॉक्टर है और उसका परिवार टूटने की कगार पर है। आखिरकार, डॉक्टर मान जाता है और रानी को सैंपल दे देता है।
रानी डॉक्टर सोहम की मदद से सैंपल को टेस्ट के लिए दूसरी लैब में ले जाती है। वह यह सुनिश्चित करती है कि टेस्ट गुप्त रूप से हो और रिपोर्ट्स सीधे उसे मिलें। इस बीच, अनीषा मिस्टर भट्ट से कहती है कि वह रानी को इस केस से दूर रखें। दिग्विजय की फैमिली को कोर्ट में आने के लिए कहा जाता है, लेकिन अनीषा रानी को बताती है कि दिग्विजय उसे कोर्ट में नहीं देखना चाहता। रानी चुपचाप यह बात स्वीकार कर लेती है।
एपिसोड के अंत में, रानी को टेस्ट की रिपोर्ट्स मिलती हैं, जो साबित करती हैं कि मिस्टर व्यास की सर्जरी से पहले दी गई मेडिकल रिपोर्ट्स फर्जी थीं। रानी ने तीन अलग-अलग लैब्स में टेस्ट करवाए, और सभी में एक ही नतीजा आया। वह यह रिपोर्ट अनीषा को देती है और कहती है कि इसे मिस्टर भट्ट तक पहुंचा दे। लेकिन वह यह भी खुलासा करती है कि उसने ये रिपोर्ट्स मीडिया को भी भेज दी हैं। यह खबर टीवी पर ब्रेकिंग न्यूज बन जाती है, और दिग्विजय के केस में नया मोड़ आता है। रानी अनीषा पर शक करती है और कहती है कि अगर ये रिपोर्ट्स कोर्ट में सबमिट नहीं हुईं, तो साबित हो जाएगा कि अनीषा ही दिग्विजय को फंसाने की साजिश रच रही थी। पिंकी मौके का फायदा उठाकर अनीषा के खिलाफ दिग्विजय को भड़काती है और कहती है कि उसने साजिश रची ताकि वह दिग्विजय को हासिल कर सके।
अंतर्दृष्टि (Insights)
यह एपिसोड परिवार, विश्वास और साजिश के बीच की जटिलताओं को उजागर करता है। रानी का अपने पति के लिए समर्पण और उसकी गलतियों के लिए परिवार की नाराजगी भारतीय परिवारों में रिश्तों की गहराई को दर्शाती है। अनीषा का दोहरा चेहरा और डॉक्टर दुबे का बयान बदलना इस बात का प्रतीक है कि सच्चाई को दबाने के लिए लोग कितना नीचे गिर सकते हैं। नारायणी का गुस्सा और गायत्री का रानी के प्रति स्नेह मां-बेटी और सास-बहू के रिश्तों की जटिलता को दर्शाता है।
समीक्षा (Review)
Pocket Mein Aasmaan का यह एपिसोड ड्रामा, सस्पेंस और भावनाओं का शानदार मिश्रण है। रानी के किरदार को गलतियों के बावजूद सहानुभूति मिलती है, क्योंकि उसका इरादा हमेशा दिग्विजय को बचाने का रहा है। अनीषा का किरदार इस एपिसोड में और गहरा हो जाता है, और उसकी साजिश दर्शकों को हैरान करती है। कोर्टरूम सीन तनावपूर्ण हैं, और डॉक्टर दुबे की गवाही का मोड़ कहानी को अप्रत्याशित बनाता है। हालांकि, कुछ सीन, जैसे नारायणी और पिंकी का रानी पर बार-बार हमला, थोड़ा दोहराव भरा लगता है। फिर भी, एपिसोड का क्लाइमेक्स, जहां रानी नई रिपोर्ट्स लाती है, कहानी को नई ऊंचाई देता है।
सबसे अच्छा सीन (Best Scene)
सबसे यादगार सीन वह है जहां रानी अनीषा को ब्लड सैंपल की रिपोर्ट्स देती है और खुलासा करती है कि उसने इन्हें मीडिया को भी भेज दिया है। रानी का आत्मविश्वास और अनीषा का डर इस सीन को बेहद प्रभावशाली बनाता है। यह सीन न केवल कहानी में ट्विस्ट लाता है, बल्कि रानी के किरदार की ताकत को भी उजागर करता है।
अगले एपिसोड का अनुमान
अगले एपिसोड में दिग्विजय की जमानत की सुनवाई होगी, और नई रिपोर्ट्स कोर्ट में पेश की जाएंगी। अनीषा की साजिश का पर्दाफाश होने की संभावना है, लेकिन वह कोई नया पैंतरा आजमा सकती है। रानी और दिग्विजय के रिश्ते में और तनाव देखने को मिल सकता है, क्योंकि दिग्विजय अभी भी रानी पर गुस्सा है। पिंकी की चालें और नारायणी का रानी के प्रति रवैया कहानी को और ड्रामाटिक बनाएगा।
Pocket Mein Aasmaan 24 April 2025 Written Update