Ram Bhavan 23 April 2025 Written Update

Ritika Pandey
7 Min Read
Ram Bhavan Colors TV Show Written Episode Updates in Hindi

Om and Isha’s Fight ओम-ईशा के बीच तनाव, सुमित्रा का चौंकाने वाला राज़

Ram Bhavan 23 April 2025 Written Update में भावनाओं का एक तूफान और रिश्तों की उलझनें दर्शकों को बांधे रखती हैं। यह एपिसोड ओम और ईशा के बीच तनावपूर्ण बातचीत से शुरू होता है, जहां ओम अपनी आजादी पर सवाल उठने से नाराज है, जबकि ईशा उसकी पढ़ाई और भविष्य के लिए चिंतित है। घर की गर्मागर्म बहस से लेकर ईशा की मां सुमित्रा के चौंकाने वाले रहस्य तक, यह एपिसोड पारिवारिक मूल्यों, जिम्मेदारियों और छिपे हुए इरादों को उजागर करता है। दूसरी ओर, गायत्री की चालाकी ओम और ईशा के रिश्ते में दरार डालने की कोशिश करती है, जबकि न्यासा और उसके दोस्त ओम को पढ़ाई से भटकाने में लगे हैं। आइए, इस एपिसोड की गहराई में उतरें।

एपिसोड की शुरुआत होती है जब ओम और ईशा घर लौटते हैं। ईशा पूछती है कि ओम इतनी जल्दी दोस्तों के बीच से क्यों चला आया। ओम कमरे का दरवाजा बंद कर कहता है कि उन्होंने वादा किया था कि वे सार्वजनिक रूप से कभी झगड़ा नहीं करेंगे, लेकिन आज उसे दोस्तों के सामने बार-बार अपमानित होना पड़ा। ईशा हैरान होकर कहती है कि उसने कोई अपमान नहीं किया। ओम गुस्से में कहता है कि वह अपनी जिंदगी अपनी मर्जी से जीता है, और कोई उसे नियंत्रित नहीं कर सकता, न ही ईशा को यह हक है। ईशा समझाती है कि उसका तथाकथित नियंत्रण केवल उसकी चिंता है, लेकिन ओम उसे चुप रहने को कहता है। वह ईशा को याद दिलाती है कि वह यह पढ़ाई अपने माता-पिता के लिए कर रहा है और उसे गंभीरता से लेना होगा। ईशा को पता है कि ओम परीक्षा में नकल करने की योजना बना रहा है, जो सरकारी परीक्षा में जोखिम भरा है। ओम गुस्से में कहता है कि वह जो चाहे करेगा और कोई उसे रोक नहीं सकता। वह कमरे से निकल जाता है और अपने दोस्त अंगद को फोन कर कहता है कि वह “जंगल का शेर” है और कोई उसे नियंत्रित नहीं कर सकता।

अंगद और मुरारी उसे समझाते हैं कि ईशा का कहना उसके भले के लिए है और इसमें उसका कोई स्वार्थ नहीं। ओम को अपनी गलती का एहसास होता है, और वह ईशा के पास लौटकर पढ़ाई शुरू करता है। अगली सुबह, वह सुबह 5 बजे उठकर पढ़ाई में जुट जाता है। वह भारतीय मिसाइल प्रौद्योगिकी और स्वच्छ भारत अभियान जैसे सवालों का जवाब देता है, लेकिन कुछ गलतियां भी करता है। ईशा उसे प्रोत्साहित करती है, और दोनों के बीच हल्की-फुल्की नोकझोंक के बाद ओम माफी मांगता है। वह मजाक में कहता है कि “सॉरी” से मन हल्का होता है, जिससे दोनों के बीच का तनाव कम होता है।

इधर, गायत्री ओम और ईशा के रिश्ते में दरार डालने की साजिश रचती है। वह ईशा को होटल के लिए टॉयलेटरीज़ जैसा छोटा काम सौंपती है, ताकि वह अपमानित महसूस कर नौकरी छोड़ दे। ईशा काम स्वीकार करती है और बाजार जाती है, जहां वह अपनी मां सुमित्रा को किसी घर में जाते देखती है। वह पीछा करती है और पता चलता है कि सुमित्रा वहां रसोइया का काम करती है। यह खुलासा ईशा के लिए सदमा है, और वह आंसुओं में अपनी मां से यह काम छोड़ने की गुहार लगाती है। सुमित्रा समझाती है कि वह खुश है, लोग उसका सम्मान करते हैं, और वह यह काम अपनी खुशी के लिए करती है। वह ईशा से यह बात गुप्त रखने को कहती है।

दूसरी ओर, गरीमा न्यासा और उसके दोस्तों को ओम को पढ़ाई से भटकाने के लिए उकसाती है। बच्चे ओम को पासिंग द पार्सल जैसे खेलों में उलझाते हैं, और उसे “घोड़ा” बनने की सजा भी देते हैं। गरीमा इसका वीडियो बनाती है, ताकि ओम और ईशा की दोस्ती को नुकसान पहुंचे। एपिसोड के अंत में गायत्री की साजिश सफल होती दिखती है, क्योंकि ओम की पढ़ाई बाधित होती है और ईशा मुश्किल कामों में उलझी रहती है।


अंतर्दृष्टि (Insights)

यह एपिसोड आजादी और जिम्मेदारी के बीच संतुलन को खूबसूरती से दर्शाता है। ओम की बेपरवाह प्रकृति और ईशा की चिंता उनके रिश्ते में तनाव पैदा करती है, लेकिन उनकी आपसी समझ अंत में रास्ता दिखाती है। सुमित्रा का आत्मनिर्भरता का फैसला दर्शाता है कि सम्मान और खुशी किसी भी काम में हो सकती है। गायत्री और गरीमा की साजिशें परिवार में विश्वास को तोड़ने की कोशिश करती हैं, जो भारतीय परिवारों में रिश्तों की जटिलता को उजागर करता है।

समीक्षा (Review)

एपिसोड का लेखन और निर्देशन दर्शकों को भावनात्मक रूप से बांधे रखता है। ओम और ईशा की बहस में तीखापन और प्यार दोनों झलकते हैं। सुमित्रा और ईशा का दृश्य दिल को छूता है, जो मां-बेटी के रिश्ते की गहराई दिखाता है। हालांकि, गायत्री की साजिशें थोड़ी अतिनाटकीय लगती हैं, जो कहानी को थोड़ा धीमा करती हैं। बच्चों के साथ ओम के दृश्य हल्का-फुल्का हास्य लाते हैं, जो तनावपूर्ण माहौल को संतुलित करते हैं।

सबसे अच्छा सीन (Best Scene)

ईशा और सुमित्रा का बाजार में मुलाकात का दृश्य सबसे भावुक और यादगार है। जब ईशा अपनी मां को रसोइया के रूप में काम करते देख आंसुओं में डूब जाती है, और सुमित्रा उसे अपनी खुशी और आत्मसम्मान का यकीन दिलाती है, यह दृश्य दिल को छू जाता है। दोनों किरदारों की अभिनय क्षमता और संवादों की सादगी इस दृश्य को अविस्मरणीय बनाती है।

अगले एपिसोड का अनुमान

अगले एपिसोड में गायत्री की साजिश और गहरी हो सकती है, जो ओम और ईशा के रिश्ते को और चुनौती देगी। ओम की पढ़ाई और परीक्षा की तैयारी पर और ध्यान केंद्रित हो सकता है, जबकि ईशा अपनी मां के रहस्य को छिपाने की कोशिश करेगी। न्यासा और बच्चों के साथ ओम के मस्ती भरे पल शायद और हास्य लाएं, लेकिन गरीमा का वीडियो कोई नया ड्रामा शुरू कर सकता है।


Ram Bhavan 22 April 2025 Written Update

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