Suman Slaps Devika देविका का टूटा गुरूर, सुमन की जीत
आज का एपिसोड Suman Indori 21 April 2025 Written Update की कहानी में एक नया मोड़ लाता है, जहाँ पारिवारिक रिश्तों की नींव हिलती नज़र आती है। हम देखते हैं कि देविका मित्तल को उसका सबसे बड़ा डर सच्चाई के रूप में सामने आता है, जब उसे पता चलता है कि उसकी छोटी बहन कृतिका के गर्भ में पल रहा बच्चा उसके पति गुरुराज मित्तल का है। यह खुलासा न केवल देविका के दिल को चकनाचूर करता है, बल्कि मित्तल परिवार की इज्जत को भी दांव पर लगा देता है। कृतिका, जो इस घटना से खुद भी सदमे में है, बार-बार कहती है कि उसने जानबूझकर कुछ नहीं किया, बल्कि वह नशे में थी और उसे लगा था कि वह तीर्थ के साथ है। लेकिन देविका का गुस्सा और दर्द उसकी बहन और पति दोनों पर फूटता है। वह गुरु को थप्पड़ मारती है और कृतिका पर चाकू से हमला करने की कोशिश करती है, जिसे सुमन और गुरु मिलकर रोकते हैं।
इस बीच, चंद्रकांत, जो इस सच को पहले से जानते थे, ने इसे छुपाने की कोशिश की थी ताकि परिवार की बदनामी न हो। लेकिन जब सच्चाई सामने आती है, तो देविका उन्हें भी दोषी ठहराती है। दूसरी ओर, सुमन इस मौके का इस्तेमाल देविका को उसके पिछले कर्मों का फल दिखाने के लिए करती है। वह कहती है कि देविका ने ऋषि की हत्या करवाई और सुमन के परिवार को तोड़ने की कोशिश की, लेकिन अब उसका अपना घर बिखर रहा है। सुमन की नजर में यह कर्मों की सजा है।
देविका का व्यवहार चौंकाने वाला है। वह अपने पति के विश्वासघात से ज्यादा अपनी सामाजिक इज्जत और रुतबे के खोने से दुखी है। वह कहती है कि अगर यह बात छुपी रहती, तो उसे कोई दिक्कत नहीं होती, क्योंकि पुरुषों के अफेयर आम हैं। लेकिन सुमन इस सोच पर गुस्सा होकर देविका को थप्पड़ मारती है और उसे एक खोखली इंसान कहती है। सुमन पुलिस को बुलाने का फैसला करती है, जिससे देविका घबरा जाती है और अचानक अपनी बात बदलकर सुमन से सहानुभूति मांगने लगती है। वह अपनी बेटी का हवाला देती है और जेल न भेजने की गुहार लगाती है।
इसी बीच, विक्रम, जो पहले से ही एक अपराध में फंसा है, पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए अपने पिता, जो मुख्यमंत्री हैं, की मदद लेता है। वह धमकी देता है कि उसका एक फोन पुलिसवाले की नौकरी छीन सकता है। पुलिस अधिकारी राघव राणा, जो ईमानदार हैं, मजबूरन उसे छोड़ देते हैं, लेकिन विक्रम अब सुमन से बदला लेने की ठान लेता है।
तीर्थ अपने पिता चंद्रकांत के खिलाफ खड़ा हो जाता है। चंद्रकांत उसे अपनी पत्नी सुमन के कहने में आने वाला कहकर ताने मारते हैं, लेकिन तीर्थ गर्व से कहता है कि वह अपनी पत्नी से बेइंतहा मोहब्बत करता है और उसका साथ कभी नहीं छोड़ेगा। वह चंद्रकांत को उनके गुनाहों की सजा दिलवाने का वादा करता है। सुमन भी गीतांजलि देवी को उनकी शक्ति पहचानने के लिए प्रेरित करती है। वह कहती है कि एक औरत को अपने पति के सामने झुकना बंद करना चाहिए, क्योंकि वह पूजनीय है, न कि पैर की जूती।
एपिसोड का अंत एक भावनात्मक और नाटकीय दृश्य के साथ होता है, जहाँ सुमन और तीर्थ मिलकर ऋषि के हत्यारों को सजा दिलवाने का संकल्प लेते हैं। देविका और चंद्रकांत की सच्चाई अब सबके सामने है, और सुमन की समझदारी ने इस कहानी को एक नए मुकाम पर ला खड़ा किया है।
अंतर्दृष्टि
यह एपिसोड भारतीय परिवारों में इज्जत, विश्वास और रिश्तों की जटिलता को दर्शाता है। देविका का किरदार इस बात को उजागर करता है कि समाज में कई बार औरतें अपनी इज्जत को अपने दिल के दर्द से ऊपर रखती हैं। वहीं, सुमन का साहस और तीर्थ की अपनी पत्नी के प्रति वफादारी यह दिखाती है कि सच्चाई और प्यार की ताकत हर मुश्किल को पार कर सकती है। कृतिका की गलती और उसका पश्चाताप दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर करता है कि क्या गलतियां माफ करने लायक होती हैं। गीतांजलि का किरदार एक ऐसी औरत का प्रतीक है, जो अपने पति के अत्याचारों को सहती रही, लेकिन अब उसे अपनी शक्ति को पहचानने का मौका मिल रहा है।
समीक्षा
यह एपिसोड नाटकीयता, भावनाओं और सामाजिक संदेशों का एक शानदार मिश्रण है। देविका का किरदार दर्शकों को हैरान करता है, क्योंकि उसका इज्जत को प्राथमिकता देना और अपने पति के अफेयर को स्वीकार करना समाज की कड़वी सच्चाई को दर्शाता है। सुमन का दृढ़ निश्चय और तीर्थ की अपने प्यार के प्रति निष्ठा दर्शकों के दिल को छूती है। हालांकि, विक्रम का पुलिस से बच निकलना थोड़ा अवास्तविक लगता है, क्योंकि यह सत्ता के दुरुपयोग को बढ़ावा देता है। फिर भी, लेखकों ने हर किरदार की भावनाओं को बखूबी उभारा है, और डायलॉग्स में गहराई है। कृतिका के सिर मुंडवाने का दृश्य बहुत भावुक है, जो उसके पश्चाताप को दर्शाता है। कुल मिलाकर, यह एपिसोड दर्शकों को बांधे रखने में कामयाब रहा।
सबसे अच्छा सीन
सबसे प्रभावशाली दृश्य वह है, जब सुमन गीतांजलि देवी को उनकी शक्ति पहचानने के लिए प्रेरित करती है। सुमन का यह कहना कि “एक औरत पैर की जूती नहीं, पूजा की जाती है” और गीतांजलि को अपने पति के सामने न झुकने की सलाह देना, न केवल भावनात्मक है, बल्कि एक मज़बूत सामाजिक संदेश भी देता है। यह दृश्य दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर करता है कि औरतें अपनी ताकत को कैसे भूल जाती हैं और उसे दोबारा कैसे हासिल कर सकती हैं।
अगले एपिसोड का अनुमान
अगले एपिसोड में सुमन और तीर्थ ऋषि के हत्यारों को सजा दिलवाने के लिए अपने सबूतों के साथ पुलिस और कोर्ट की ओर बढ़ सकते हैं। विक्रम का बदला सुमन के लिए नई मुसीबतें खड़ी कर सकता है। देविका या तो अपने रुतबे को बचाने के लिए कोई नया खेल खेलेगी या फिर टूटकर पूरी तरह बदल जाएगी। गीतांजलि शायद चंद्रकांत के खिलाफ खड़ी होंगी और अपनी शक्ति को पहचानेंगी। कृतिका का अगला कदम भी कहानी में नया ट्विस्ट ला सकता है। यह एपिसोड और भी नाटकीय और भावनात्मक होने की उम्मीद है।
Suman Indori 20 April 2025 Written Update
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